Sunday 16 July 2017

आज की हसी बर्बाद न कर.

गुजरी हुई जिंदगी को
कभी याद न कर,
तकदीर मे जो लिखा है
उसकी फर्याद न कर.
जो होगा वो होकर रहेगा,
तु कल की फिकर मे
अपनी आज की हसी बर्बाद न कर.
हंस मरते हुये भी गाता है
और मोर नाचते हुये भी रोता है.
ये जिंदगी का फंडा है बॉस
दुखो वाली रात निंद नही आती
और खुशी वाली रात कौन सोता है.

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