Saturday 8 July 2017

दोस्ती का हे ए मेरे दोस्त

अगर बिकी तेरी दोस्ती तो
पहले खरीददार हम होंगे..!! 
तुझे खबर ना होगी तेरी कीमत 
पर तुजे पाकर सबसे अमीर हम होंगे..!! 
दोस्त साथ हो तो रोने में भी शान है 
दोस्त ना हो तो मेहफील भी शमसान है
सारा खेल दोस्ती का हे ए मेरे दोस्त 
वरना 
जनाझा और बारात एक ही समान है
सारे दोस्तों को समर्पित...!!!

0 comments:

Post a Comment