वो तो पानी की बूंद है जो आँखों से बह जाये।
आँसु तो वो है जो तड़प के आँखों में ही रह जाये।।
वो दर्द क्या जो लफ़्ज़ों से बयाँ हो।
दर्द तो वो है जो आँखों में नज़र आये।।
आँसु तो वो है जो तड़प के आँखों में ही रह जाये।।
वो दर्द क्या जो लफ़्ज़ों से बयाँ हो।
दर्द तो वो है जो आँखों में नज़र आये।।
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